श्रीनगर में बंद से जनजीवन प्रभावित, दर्जन भर घायल (लीड-1)
इस बीच शनिवार को संघर्ष में घायल हुए रफीक बांगरू हालत गंभीर बताई जा रही है। शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान ने बताया कि बांगरू के सिर पर गंभीर चोट लगी है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।
शहर के पांच थाना क्षेत्रों में पुलिस की ओर से सख्ती की गई है। यहां 12वीं कक्षा के एक छात्र तुफैल अहमद मट्ट की शुक्रवार को सुरक्षा बलों और भीड़ के बीच हुई झड़प के दौरान मौत हो गई थी। इसके विरोध में गिलानी ने बंद का आह्वान किया था।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मट्ट को सुरक्षा बलों ने मारा है। दूसरी ओर पुलिस कहना है कि छात्र की रहस्यमय ढंग से हत्या की गई है और इसकी जांच की जा रही है।
हिंसा की आशंका की वजह से पुराने शहर की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है। रेसीडेंसी रोड, लाल चौक, करन नगर, हरि सिंह हाई स्ट्रीट और जहांगीर चौक जैसे इलाकों में बाजार बंद हैं। पूरे शहर में स्कूल-कॉलेज भी बंद हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "जानमाल की रक्षा के लिए ये सख्ती की गई है।"
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों पर सैदा कदाल, कलामदानपुरा, नवाबाजार, हैदरपुरा, नवा कदाल, डलगेट आदि इलाकों में पथराव किए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में रविवार के मुकाबले सोमवार को स्थिति नियंत्रित थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।