चौथी तिमाही में विकास दर 8.6 प्रतिशत रही
नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। वित्तीय वर्ष 2009-10 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर 8.6 प्रतिशत रही जबकि संपूर्ण वित्त वर्ष 2009-10 में जीडीपी की विकास दर बढ़कर 7.4 प्रतिशत हो गई है।
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था की विकास दर 6.1 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 7.9 प्रतिशत दर्ज की गई थी। वहीं तीसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर में गिरावट आई थी, इस दौरान विकास दर 6 फीसदी दर्ज की गई थी।
अर्थव्यवस्था की विकास दर में खनन और निर्माण क्षेत्र का योगदान सबसे ज्यादा रहा। इस दौरान खनन क्षेत्र में 14 प्रतिशत और निर्माण क्षेत्र में 16.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
चौथी तिमाही में तेजी से विकास करने वाले अन्य क्षेत्रों में होटल, परिवहन और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं। इस दौरान होटल और परिवहन के क्षेत्र में 12.4 प्रतिशत और बीमा सहित वित्तीय सेवाओं में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
नई फसल आने से कृषि क्षेत्र की विकास दर 0.2 प्रतिशत रही जबकि इससे पिछली तिमाही में कमजोर मॉनसून की वजह से इसमें गिरावट दर्ज की गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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