हर माह 30 नए उत्पाद लाएगी ओरिफ्लेम
नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। स्वीडन की कंपनी ओरिफ्लेम देश में बढ़ते सौंदर्य प्रसाधन बाजार को भुनाने के लिए हर महीने 25-30 नए उत्पाद बाजार में उतारेगी और बाजार से पूरा फायदा उठाने के लिए वह 50,000 लोगों को इस क्षेत्र के रोजगारों से जोड़ेगी।
देश में सौंदर्य प्रसाधनों का बाजार 5.4 अरब डॉलर का हो गया है और यह 12 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से विकास कर रहा है।
ओरिफ्लेम के भारत के कार्यकारी निदेशक मारकस सेंडस्ट्रॉम ने कहा, "एशिया में चीन के अलावा भारत एक महत्वपूर्ण बाजार है, यह हमारे लिए सबसे बड़ा बाजार है। हमारा लक्ष्य भारत का सबसे महत्वपूर्ण ब्रांड बनना है।"
सेंडस्ट्रॉम ने आईएएनएस से कहा, "हम ओरिफ्लेम को देश की सबसे बड़ी सौंदर्य प्रसाधन कंपनी बनाएंगे। हम सभी वर्गों के 25-30 नए उत्पाद हर माह बाजार में उतारने जा रहे हैं। हम इस क्षेत्र में खुदरा विक्रेताओं की संख्या मौजूदा 1,50,000 से बढ़ाकर 2,00,000 तक करेंगे।"
दूसरे व्यापारों की तरह सौंदर्य प्रसाधन क्षेत्र में भी अपने कर्मचारियों द्वारा सीधे बिक्री का व्यापार मॉडल अपनाने वाली ओरिफ्लेम की विकास दर के बारे में सेंडस्ट्रॉम ने कहा कि उद्योग की 12 फीसदी विकास दर के बावजूद कंपनी की विकास दर भारत में 40 फीसदी है।
फिलहाल कंपनी के कारोबार के अंतर्गत भारत, रूस, यूक्रेन, कजाकिस्तान और पोलैंड के बाद पांचवा सबसे बड़ा बाजार है। ओरिफ्लेम की कुल बिक्री में 10 फीसदी हिस्सा (1.6 अरब डॉलर) एशिया से आता है।
उन्होंने कहा, "हम इस साल यहां एक और कार्यालय शुरू करेंगे, पहले से चल रहे कार्यालय को ज्यादा जगह वाले स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। इससे पहले कोलकाता के कार्यालय का स्थानांतरण किया जा चुका है।"
राजधानी स्थित मुख्यालय सहित देश में कंपनी के कुल 12 कार्यालय हैं। कंपनी दिसंबर तक अपने स्थाई कर्मचारियों की संख्या 375 से बढ़ाकर 400 करेगी। कंपनी के कुल कर्मचारियों में महिलाओं की संख्या 95 प्रतिशत है।
दुनिया भर में ओरिफ्लेम की पांच उत्पादन इकाइयां हैं इनमें से तीन यूरोप और एक-एक चीन और भारत में हैं।
रिटेल क्षेत्र में प्रवेश की संभावना से इंकार करते हुए भारत में कारोबार के नए प्रमुख बने सेंडस्ट्रॉम ने कहा, "नोएडा स्थित अपनी उत्पादन इकाई से हम पाउडर और लिपस्टिक जैसे उत्पादों का अन्य देशों को निर्यात भी कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "सीधे बिक्री के मॉडल से हम बहुत खुश हैं। सीधे बिक्री के मॉडल पर काम करने वाले 73 करोड़ डॉलर के कारोबार वाले भारतीय उद्योग 20-30 फीसदी की वृद्धि दर अर्जित कर रहे हैं।"
कंपनी के नए उत्पादों के बारे में उन्होंने कहा कि हम भारत में सौंदर्य प्रसाधन के बाजार पर ही ध्यान दे रहे हैं हमारी योजना यहां स्वास्थ्य उत्पादों को लाने की नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।