सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने के लिए अभियान चलाएगी कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सांप्रदायिक विरोधी मोर्चे के प्रभारी अमरेश मिश्रा ने सोमवार को लखनऊ में संवाददाताओं को बताया कि 'साझ्झी विरासत-साझी शहादत' नाम से शुरू किए जाने वाले इस अभियान का मकसद राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है।
मिश्रा ने कहा कि अभियान इसी महीने की 31 तारीख से शुरू होकर अगले साल 10 मई तक चलेगा। इस अभियान का मुख्य आकर्षण जनसभाओं और बैठकों में उन स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों की गाथा होगी, जिनके बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते हैं और जिन्होंने जंगे आजादी के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण काम किए और आजादी की लड़ाई में अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर किए।
पार्टी के पदाधिकारियों के मुताबिक तकरीबन 50 अलग-अलग स्थानों को इस अभियान के लिए चुना गया है, जो स्वतंत्रता सेनानियों से किसी न किसी रूप से जुड़े रहे हैं। अभियान की शुरूआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली शहर से होगी।
सांप्रदायिक विरोधी मोर्चे के एक पदाधिकारी ने कहा कि बरेली शहर स्थित खान बहादुर खान की मजार से हमारे अभियान की शुरुआत होगी। कांग्रेस कार्यकर्ता जुलूस निकालकर लोगों को स्वतंत्रता सेनानियों के अभूतपूर्व योगदान के बारे में लोगों को जानकारी देंगे। बाद में अयोध्या सहित प्रदेश के दूसरे कई शहरों में इस अभियान का विस्तार किया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।