पुलिस-समर्थकों के बीच संघर्ष, मुइवा की यात्रा टली (लीड-1)
ये समर्थक अलगाववादी नेता के स्वागत में एकत्र हुए थे।
नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (एनएससीएन)के महासचिव मुइवा के स्वागत के लिए मणिपुर और नागालैंड की सीमा के नजदीक माओ शहर में 5,000 से अधिक प्रदर्शनकारी एकत्र हुए थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "माओ सीमा फाटक पर लोगों की भीड़ सुरक्षा घेरे को तोड़ने की कोशिश कर रही थी जिससे सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा। नतीजतन 60 से 70 लोग घायल हो गए।"
नागा नेताओं का दावा है कि पुलिस की गोलीबारी में तीन प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है। मणिपुर प्रशासन ने हालांकि अभी तक इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है।
इस घटना के बाद मुइवा ने माओ से करीब 220 किलोमीटर दूर स्थित उखरूल जिले में अपने जन्मस्थान पर जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया।
माओ सीमा फाटक से आठ किलोमीटर दूर नागालैंड के विस्वेमा गांव में मुइवा ने संवाददाताओं से कहा, "माहौल शांत होने के बाद मैं निश्चितरूप से अपने जन्मस्थान पर जाऊंगा।"
मुइवा (75) मणिपुर के तांगखुल नागा हैं। उनका जन्म उखरूल जिले के सोमदाल जिले में हुआ था। यहां की उनकी पिछली यात्रा 1960 में हुई थी।
मणिपुर सरकार ने मुइवा के गृहनगर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। सरकार का कहना है कि उनकी यात्रा से यहां अशांति फैल सकती है। मणिपुर सीमा में उनको घुसने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने सुरक्षा बलों की तैनाती कर रखी है। वहीं केंद्र सरकार उनकी इस यात्रा को मंजूरी दे चुकी है।
राज्य सरकार के इस निर्णय के विरुद्ध गुरुवार को नागा समुदाय से संबंध रखने वाले छह निर्दलीय विधायकों ने मणिपुर विधानसभा से अपना इस्तीफा दे दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।