कैंसर के इलाज में कारगर हो सकता है 'बेबीज ब्रीद'
लंदन, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। साधारण से दिखने वाले सफेद फूल 'बेबीज ब्रीद' से रक्त कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी परिवर्तन आ सकता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक इस फूल का रस कैंसर निवारक दवाओं की क्षमता को 10 लाख गुना बढ़ा देता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि जिप्सोफिला पेनिकुलेटा पौधे के रस में सैप्नोसिस नाम का एक अणु होता है। सैप्नोसिस कैंसर कोशिकाओं की कोशिका झिल्ली को तोड़ देता है। इससे कैंसर के इलाज के लिए दी जाने वाली दवाओं में मौजूद प्रतिरक्षियों के लिए कैंसर कोशिकाओं पर हमला करना आसान हो जाता है।
'साउथएम्पटन जनरस हॉस्पिटल' की 'सिमोन फ्लेवेल ल्यूकेमिया रिसर्च लेबोरेटरी' में यह शोध किया था।
वेबसाइट 'टेलीग्राफ डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक शोधकर्ता डॉ. डेविड फ्लेवेल कहते हैं, "यह खोज प्रतिरक्षी आधारित दवाओं के कार्य करने के तरीके में क्रांतिकारी परिवर्तन करेगी और इससे जीवन रक्षा हो सकेगी।"
फ्लेवेल ने कहा कि इसका इस्तेमाल केवल रक्त कैंसर में ही नहीं बल्कि अन्य प्रकार के कैंसर में भी किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह खोज बहुत महत्वपूर्ण है। इससे मरीज की रक्त कैंसर की कोशिकाओं को दवा की बहुत कम मात्रा से ही नष्ट किया जा सकेगा। फ्लेवेल ने कहा कि अब चुनौती यह है कि प्रयोगशाला में हुई इस खोज का मरीजों के इलाज में किस तरह से इस्तेमाल किया जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।