महेश्वर परियोजना पर रोक आपत्तिजनक : शिवराज
शिवराज ने केंद्र सरकार के इस फैसले को गरीब विरोधी व विकास विरोधी करार देते हुए बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को खत लिखकर रोक संबंधी निर्देश को रद्द करने का अनुरोध किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि महेश्वर परियोजना के बिजलीघर पर 2500 करोड़ रुपये और देवास व इंदौर के शहरी क्षेत्रों को पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए 517 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके है।
शिवराज ने कहा कि इतना कुछ होने के बावजूद केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्रालय ने एक पक्षीय आदेश जारी कर महेश्वर जल विद्युत परियोजना के निर्माण को निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि परियोजना के निर्माण पर रोक लगाए जाने से आगामी नवंबर से प्रतिदिन 7.2लाख यूनिट बिजली और इंदौर व देवास को प्रतिदिन 36 करोड़ लीटर जल की आपूर्ति नहीं हो पाएगी। लिहाजा यह निर्णय विकास और गरीब के खिलाफ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।