उड़ानों के लिए यूरोप में आसमान खुला (लीड-2)
यूरोप में हवाई यातायात सुरक्षा की समन्वय संस्था यूरोकंट्रोल ने ब्रसेल्स में कहा कि बुधवार को यूरोप की तीन-चौथाई उड़ानें संपन्न हुईं। मंगलवार को केवल आधी उड़ानें ही हुईं थीं।
हवाई अड्डों पर यात्रियों की भीड़ है और विमानन कंपनियों को साजो-सामान की समस्या से निपटना पड़ रहा है। कई विमानन कंपनियों के कर्मचारी भी अन्यत्र स्थान पर फंसे हुए हैं।
स्पेन के आठ हवाई अड्डों से 290 विशेष उड़ानों से 40,000 यूरोपिय यात्रियों को भेजा गया। अंतर्राष्ट्रीय हवाई यातायात एसोसिएशन (आईएटीए) ने बुधवार को कहा कि धुंए के कारण विमानन कंपनियों को 1.7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।
ब्रिटेन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अनुसार खतरे की दोबारा समीक्षा करके उड़ानों पर से प्रतिबंध हटाया गया है लेकिन अब भी कुछ ऐसे हवाई क्षेत्र हैं जहां राख का स्तर उड़ानों के लिए खतरनाक हो सकता है।
उड्डयन कंपनी ब्रिटिश एयरवेज ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि लंदन के हीथ्रो और गैटविक हवाई अड्डों से घरेलू उड़ानों को संचालित करने की उसकी योजना है।
जर्मनी के चार हवाई अड्डों ब्रेमेन, हैम्बर्ग, बर्लिन-टेगेल और बर्लिन-स्कॉनफेल्ड से विमानों के उड़ान पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया। अधिकारियों का कहना है कि बुधवार शाम तक जर्मनी के सभी हवाई अड्डों से उड़ानों का संचालन शुरू हो जाने की पूरी संभावना है।
ऑस्ट्रेलिया की क्वांटास एयरवेज के अनुसार इस आपदा के चलते करीब 15,000 हजार यात्री तय समय से यात्रा नहीं कर सके। इन टिकटधारियों को गंतव्य तक पहुंचाने में कुछ सप्ताह लग जाएंगे।
डेनमार्क में भी बुधवार सुबह उड़ानों का संचालन शुरू हो गया।
विभिन्न देशों ने अपनी हवाई सेवाएं इसलिए रोक दी थी क्योंकि उड़ने वाली राख के एक शीशे के समान पदार्थ में तब्दील होकर विमानों के इंजन में घुसने का खतरा था जो उसे नुकसान पहुंचा सकता था।
ज्यादातर देशों ने मंगलवार को उड़ानों पर से प्रतिबंध हटा लिया था। इस आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले देशों में एक ब्रिटेन में मंगलवार रात से हवाई क्षेत्र दोबारा खोला गया।
थाई एयरवेज इंटरनेशनल ने ज्यूरिख , स्विट्जरलैंड सहित यूरोप के कई मार्गो की उड़ानों का दोबारा संचालन शुरू कर दिया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।