बिहार, असम, बंगाल में तूफान से 135 मरे
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने पूर्णिया में 32, अररिया में 33, कटिहार में पांच तथा किशनगंज और सुपौल में एक-एक लोगों की मौत की पुष्टि की है। अपुष्ट खबरों के अनुसार मरने वालों की संख्या 80 से ज्यादा हो गई है। इधर, अररिया के उप विकास आयुक्त एवं प्रभारी जिलाधिकारी उदय कुमार ने गुरुवार को बताया कि प्रभावित सभी क्षेत्रों में राहत कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा डेढ़-डेढ़ लाख रुपये मुआवजा की राशि भी मृतक के परिजनों को दिया जा रहा है।
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कुमार ने कहा कि तूफन का सबसे ज्यादा प्रभाव जोकीहाट प्रखंड में हुआ है जहां 11 लोगों की मौत हो गई है। प्रभावित इलाकों में चिकित्सकों का दल भी भेजा गया है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव रवि परमार ने बताया कि पूर्णिया और अररिया में चिकित्सकों का तीन दल भेजा गया है। कटिहार, किशनगंज और सुपौल में भी चिकित्सक दल भेजे गए हैं।
वहीं असम में करीब चार लोगों की मौत हुई। तूफान की वजह से बिजली और दूरसंचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि तूफान की वजह से कामरूप, नलबारी, धुबरी और नागांव जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। धुबरी जिले के मनकाचर में हुए अलग-अलग हादसे में मकान ढहने और घरों की छतों पर पेड़ गिर जाने से चार लोगों की मौत हो गई है।
इस इलाके में 12 से अधिक लोग घायल हो गए जबकि 50 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। वहीं कामरूप जिले में भी अनुमान के मुताबिक 300 घरों को नुकसान पहुंचा है। हाजू से विधायक नुरुल हुसैन के मुताबिक पेड़ों के गिरने और बिजली के खंभों के उखड़ जाने से इलाके में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान बारिश और तूफान की आशंका जताई है।
उधर पश्चिम बंगाल में आए तूफान में मृतकों की संख्या बढ़कर 60 हा गई है। राज्य के नागरिक सुरक्षा मंत्री श्रीकुमार मुखर्जी को उत्तर दिनाजपुर ज़िले के लिए तत्काल रवाना कर दिया गया है। प्रशासन ने तबाह हुए घरों के मलबे से 30 और शव बरामद किए।