'मुंबई हमलों के दोषियों पर कार्रवाई के बाद वार्ता' (लीड-1)
वाशिंगटन, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए विश्वसनीय कदम उठाये जाने की सूरत में ही भारत उसके साथ वार्ता बहाली पर विचार कर सकता है।
अमेरिका यात्रा पूरी होने के बाद सिंह ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, "26/11 के दोषियों को सजा देने के लिए पाकिस्तान को निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है। हम पाकिस्तान से कम से कम इस बात की उम्मीद रखते हैं।"
उन्होंने कहा, "हम पाकिस्तान से कई बार कह चुके हैं कि अगर वह मुंबई के हमलावरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेगा तो बातचीत का रास्ता खुल सकता है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर पाकिस्तान ऐसा कर देता है तो भारत को अन्य मुद्दों पर बात करने के लिए तैयार होने में खुशी होगी। उन्होंने कहा कि परमाणु शिखर सम्मेलन के दौरान उनकी दो बार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से मुलाकात हुई लेकिन इस दौरान कोई गंभीर चर्चा नहीं हुई।
भूटान की राजधानी थिंपू में होने वाली दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) की शिखर बैठक के दौरान गिलानी से मुलाकात के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, "भूटान में मुलाकात के बारे मे फैसला करने लिए अभी समय है। समय आने पर हम फैसला करेंगे।" यह शिखर बैठक 28-29 अप्रैल को होगी।
मुंबई हमले के संदर्भ में सिंह ने कहा, "मुंबई हमले की साजिश रचने वाले अभी तक आजाद घूम रहे हैं। हम चाहते हैं कि पाकिस्तान कम से कम सभी हमलावरों को पकड़े और इनके खिलाफ प्रभावी कदम उठाए।"
पाकिस्तानी सरजमीं से गतिविधियां संचालित करने वाले लश्कर-ए-तैयबा सहित अन्य आतंकवादी संगठनों की ओर से भारत में किए गए हमलों के बारे में इस्लामाबाद को सौपें 10 सबूती दस्तावेजों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब पाकिस्तान को और साक्ष्य देने की कोई जरूरत नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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