महंगाई के विरोध में 27 अप्रैल को भारत बंद
बंद में वामपंथी दल और तीसरे मोर्चे के घटक दल भी शामिल हैं। इन सभी दलों ने संसद में सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले वित्त विधेयक के खिलाफ कटौती प्रस्ताव लाने की धमकी दी।
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सोमवार को समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, और तेलुगू देशम पार्टी तेदेपा सहित 13 विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने राजधानी में दो घंटे तक बैठक की और सरकार की गलत नीतियों का जबरदस्त विरोध किया। विपक्षी पार्टियां जब किसी वित्त विधेयक के खास प्रावधानों की आलोचना करना चाहती हैं तब वे कटौती प्रस्ताव लाती हैं। इससे संसद में सरकार की शक्ति का परीक्षण होता है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) महासचिव एबी बर्धन ने बैठक के बाद मीडिया को बताया कि उक्त सभी दलों ने महंगाई के खिलाफ 27 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी बंद आयोजित करने का फैसला किया है।