हेडली मामले में भारत के पक्ष में ओबामा
ओबामा से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि पाकिस्तान मुंबई हमले के गुनाहगारों को सजा दिलाने का जरा भी इच्छुक नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान की धरती से पनपने वाले आतंकवाद से निपटने की बात भी कही। ओबामा और मनमोहन की मुलाकात के बाद भारतीय विदेश सचिव निरुपमा राव ने संवादाताओं से कहा, "पाकिस्तान मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने का जरा भी इच्छुक नहीं है।"
पढ़ें- कभी भी फैल सकता है परमाणु आतंकवाद
राव के मुताबिक प्रधानमंत्री ने ओबामा से कहा, "हमारे क्षेत्र में आतंकवाद का खतरा है और अगर यह जारी रहता है तो हमारी प्रगति पर इसका असर पड़ सकता है। इस खतरे से कैसे निपटा जाता है, इस पर दक्षिण एशिया का भविष्य निर्भर करेगा।" इस पर ओबामा ने प्रधानमंत्री सिंह को भरोसा दिलाया है कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादीर संगठन लश्कर-तैयाबा से जुड़े और इन दिनों अमेरिकी हिरासत में कैद आतंकवाद हेडली से पूछताछ के लिए भारत के आग्रह का वह 'पूरा समर्थन' करते हैं।
मनमोहन के साथ मुलाकात में ओबामा ने हेडली मसले पर सकारात्मक भरोसा दिलाया हालांकि उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि कानूनी प्रक्रिया की वजह से पूछताछ में अभी वक्त लग सकता है। राव ने बताया, "हेडली से पूछताछ की हमारी मांग के प्रति अमेरिकी का रुख पूरी तरह सहयोगात्मक है। कानूनी प्रक्रिया के तहत अमेरिकी इस संबंध में कार्रवाई कर रहे हैं।"
हेडली मुंबई हमलों का प्रमुख आरोपी है और वह इस बारे में अपने गुनाह अमेरिकी अदालत के समक्ष स्वीकार कर चुका है। 26 नवंबर, 2008 को हुए इस हमले में लगभग 167 लोग मारे गए थे। ओबामा के साथ 50 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री सिंह ने हेडली और पाकिस्तान का का मसला प्रमुख रूप से उठाया। दोनों नेताओं के बीच यहां के ब्लेयर हाउस में मुलाकात हुई। ब्लेयर हाउस अमेरिकी राष्ट्रपति का अतिथि गृह है।