जर्मन संसदीय दल की मोदी विरोधी टिप्पणी पर भाजपा नाराज
पार्टी के विदेश प्रभाग के संयुक्त संयोजक विजय जौली ने इस बयान को भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप बताया।
उन्होंने कहा, "मोदी को एक 'तानाशाह' ठहराया जाना असहनीय है। दौरे पर गए जर्मनी के अधिकारियों ने लोकतांत्रिक व्यवस्था द्वारा चुनी गई एक सरकार के मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश की है यह अस्वीकार्य है। यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और अनुचित है।"
जौली ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल एक दिवसीय दौरे पर अहमदाबाद गया था और वहां गुजरात कांग्रेस के नेता शक्ति सिंह गोहिल और पूर्व सांसद मधुसूदन मिस्त्री के साथ मुलाकात की। यहां इस प्रतिनिधिमंडल ने टिप्पणी की कि गुजरात सरकार द्वारा लागू किए गए नए धार्मिक स्वतंत्रता कानून से धर्म परिवर्तन कराकर ईसाई बनाने की गतिविधियां काफी कठिन हो गईं है। यह एक खतरनाक और हानिकारक कानून है।"
पार्टी ने यह भी घोषणा की है कि वह सोमवार को नई दिल्ली स्थित जर्मन दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।