प्रधानमंत्री ब्राजील, अमेरिका की यात्रा पर रवाना (लीड-1)
प्रधानमंत्री अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ वायु सेना स्टेशन से एक विशेष विमान से सुबह 9.40 बजे रवाना हुए।
यात्रा के पहले चरण में मनमोहन सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेजबानी में वाशिंगटन में होने वाले परमाणु शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। उसके बाद ब्राजील में वह राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा की मेजबानी ब्राजील,रूस, भारत, चीन (ब्रिक) के शिखर सम्मेलन और भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका (आईबीएसए ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
वाशिंगटन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ओबामा, फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी, कजाकिस्तान के राष्ट्रपति नुरसुल्तान नजरबायेव, कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर और दुनिया के अन्य नेताओं से मिलेंगे।
ब्राजील में प्रधानमंत्री डीसिल्वा, चीन के राष्ट्रपति हू जिन्ताओ और रूस के राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव से द्विपक्षीय मसलों पर बातचीत करेंगे।
रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि परमाणु सुरक्षा के मुद्दे को हल करने के मामले में भारत की भागीदारी बेहद अहम है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शिखर बैठक में परमाणु आतंकवाद और प्रसार जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत का एक अच्छी तरह विकसित स्वदेशी परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम है,जो छह दशक पुराना है। हमारा सुरक्षा और परमाणु अप्रसार का बेदाग रिकार्ड है जो एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में हमारे आचरण को दर्शाता है।"
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया से परमाणु हथियारों के पूर्ण खात्मे के पक्ष में है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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