हानिकारक हो सकते हैं डिब्बाबंद खाद्य, शैम्पू के रसायन
लंदन, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। डिब्बाबंद खाद्य पदार्थो, नेल पेंट व शैम्पू में मौजूद रसायन से लड़कियों में समय से पहले यौवन की शुरुआत हो सकती है। एक नए अध्ययन से पता चला है कि इससे लड़कियों में कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
शोध में बताया गया है कि पैकजिंग के समय तथा इत्र, क्रीम तथा और शैम्पू में फिनोल, फेथालेट्स और फाइटोइस्ट्रोजंस का इस्तेमाल होता है। ये रसायन शरीर में मौजूद हार्मोनों से क्रिया करके हानिकारक प्रभाव उत्पन्न कर सकते हैं।
वेबसाइट 'टेलीग्राफ डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक न्यूयार्क के 'माउंट सिनाई स्कूल ऑफ मेडिसिन' की अध्ययकर्ता डॉ. मेरी वोल्फ कहती हैं, "शोध से स्पष्ट हुआ है कि लड़कियों में यौवन के जल्दी विकसित होने का प्रतिकूल सामाजिक व चिकित्सकीय प्रभाव हो सकता है। लड़कियों को उनके जीवन के अंतिम समय में कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।"
इस शोध में लड़कियों के संपर्क में प्रतिदिन आने वाले रसायनों और उनमें यौवन का विकास देर से या जल्दी होने के बीच संबंध बताया गया है।
वोल्फ कहती हैं कि इसमें और अधिक शोध की आवश्यकता है लेकिन इस अध्ययन से प्राप्त आंकड़े इस दिशा में अध्ययन को जारी रखने के लिए पहला महत्वपूर्ण कदम हैं।
उन्होंने कहा कि स्तन ग्रंथियों के जल्द विकसित होने और इन रसायनों के संपर्क में आने से वयस्क अवस्था में स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है जबकि खान-पान की आदतें भी खतरनाक हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि रसायनों और स्वास्थ्य संबंधी इन परेशानियों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने के लिए इस दिशा में और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।