राजस्थान विधानसभा में जबर्दस्त हंगामा, भाजपा सदस्य निलंबित
सदन में बुधवार को विभागीय अनुदान मांगों को पारित कराने के लिए मंत्रियों को सुरक्षाकर्मियों का सहारा लेना पड़ा। यह पहला मौका था जब सदन के भीतर खुद गृह मंत्री और पचास से ज्यादा सादा वस्त्रों में तैनात सुरक्षाकर्मियों के घेरे में किसी मंत्री को अपने विभाग के विधायी कार्य पूरे कराने पड़े। इससे पहले सदन की कार्यवाही शून्यकाल के बाद तीन बार स्थगित करनी पड़ी।
दूसरी तरफ भाजपा विधायक दल ने तय किया है कि विधायक हनुमान बेनीवाल का निलम्बन वापस नहीं होने तक वह सदन की कार्यवाही नहीं चलने देगा। सदन में आज शून्यकाल के दौरान बेनिवाल ने शराब तस्करों से संबंधित एक मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि इस मामले में शराब तस्करों की सरकार में ऊपर तक मिलीभगत है।
इस पर गृह मंत्री शांति धारीवाल की बेनीवाल से तीखी झड़प हो गई। एक बार तो भाजपा सदस्य मंत्री की सीट तक जा पहुंचे। उनका कहना था कि उनके पास इस बात के पक्के सबूत हैं।
इस मुद्दे पर सदन में भारी हंगामा हुआ और दोनों पक्षों के लोग एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे। शोरशराबे के बीच ही कांग्रेस के मुख्य सचेतक वीरेन्द्र बेनीवाल ने भाजपा सदस्य पर गलत आरोप लगाने का आरोप लगाते हुए उन्हें चालू सत्र की बाकी कार्यवाही से निलम्बित करने का प्रस्ताव सदन में पेश किया। विपक्ष ने इसका तीखा विरोध किया।
विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने एक बजकर दो मिनट पर सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर भाजपा के मुख्य सचेतक राजेन्द्र राठौड़ ने निलम्बन का मामला उठाया। हंगामे के बीच ही पीठासीन अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह जड़ावत ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। बाद में फिर सदन में हंगामा हुआ तो पीठासीन अध्यक्ष ने तीसरी बार एक घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही तीसरी बार शुरू होने पर विपक्ष ने फिर हंगामा किया। पीठासीन अध्यक्ष ने शोरशराबे में ही हनुमान बेनीवाल के निलम्बन प्रस्ताव को पारित करा दिया। साथ ही उन्होंने दूसरे विधायी कार्य निपटाने शुरू कर दिये। विपक्ष ने इसका तीखा विरोध किया और आसन के समक्ष भारी हंगामा किया।
जलप्रदाय मंत्री महिपाल मदेरणा जब अपने विभाग की मांगे पेश करने लगे तो विपक्ष के सदस्य उनकी तरफ बढ़े। इस पर गृहमंत्री शांति धारीवाल ने दूसरे सदस्यों की मदद से मदेरणा को सुरक्षा घेरे में लिया। बाद में धारीवाल को सदन के चार गेटों पर प्रतीक्षा कर रहे सुरक्षाकर्मियों को बुलाते देखा गया। तुरंत ही सदन में चारों गेटों से सुरक्षाकर्मी सदन में पहुंचे और उन्होंने मदेरणा व धारीवाल को सुरक्षाघेरे में ले लिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों और विपक्ष के सदस्यों के बीच झड़पें भी हुई।
इस झड़प में भाजपा के मुख्य सचेतक राजेन्द्र राठौड़ का कुर्ता भी फट गया। करीब पन्द्रह मिनट तक भारी हंगामे के बीच ही सदन की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन में आज पानी के मुद्दे पर होने वाली विशेष चर्चा और बजट अनुदान मांगों पर भी चर्चा नहीं हो सकी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।