लखनऊ में बसपा की रैली ने जनता को किया परेशान(लीड-1)
सूत्रों के मुताबिक लखनऊ में चलने वाली करीब 130 बसें बसपा कार्यकर्ताओं को रमाबाई अंबेडकर मैदान स्थित रैली स्थल पहुंचाकर वापस छोड़ रही थीं। ऐसे में सार्वजनिक वाहनों के भरोसे यात्रा करने वाले आम लोगों से ऑटो चालकों ने मनमाने पैसे वसूल किए।
हजरतगंज निवासी मानवेंद्र कुमार कहते हैं कि आमतौर पर हजरतगंज से चारबाग तक का किराया पांच रुपये है लेकिन सोमवार को बसों की कमी के चलते ऑटो चालक लोगों से 40 से 50 रुपये वसूल कर रहे थे।
कांशीराम जयंती के मद्देनजर राज्यभर के सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में छुट्टी थी लेकिन इंडियन सार्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन एक्जामिनेशन (आईसीएसई) की 12वीं की परीक्षा थी। परीक्षा देने वाले छात्र बसपा रैली की वजह से परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में देरी न हो जाय इस भय से चार-पांच घंटे पहले ही परीक्षा केंद्र के लिए घर से निकल लिये।
बसपा की रैली को देखते हुए स्कूल प्रशासनों की तरफ से छात्रों को समय से पहले परीक्षा केंद्र पहुंचने के निर्देश दिए गए थे। सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस ) के प्रमुख जगदीश गांधी ने आईएएनएस से कहा कि रैली के मद्देनजर छात्रों को आवागमन में होनी वाली परेशानी की आशंका के चलते हमने छात्रों को चार-पांच घंटे पहले परीक्षा केंद्र पहुंचने की सलाह दी थी।
गोमती नगर में रहने वाले सीएमएस के छात्र अभिषेक मिश्रा ने कहा, "रैली के चलते बस समय पर न मिलने के डर से मैं सुबह आठ बजे ही घर से निकल पड़ा। सड़क पर घंटों खड़े रहने के बाद एक भी बस नहीं दिखी, फिर मुझ्झे बस के किराए से दस गुना ज्यादा पैसे खर्च करके ऑटो से स्कूल जाना पड़ा।"
उधर, लखनऊ के जिलाधिकारी अनिल कुमार सागर ने कहा कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और आईसीएसई के कक्षा 12 के जिस विषय की परीक्षा थी उसमें छात्रों की संख्या कम थी। फिर भी उनके आने-जाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से इंतजाम किए गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।