बच्चों की मौत मामले में 3 निलंबित, 1 गिरफ्तार (लीड-1)
दमोह में खसरे के टीकाकरण के बाद हुई चार बच्चों की मौत के मामले को स्वास्थ्य मंत्री अनूप मिश्रा ने गंभीरता से लेते हुए जिला टीकाकरण अधिकारी डा. अनुपम कुलश्रेष्ठ, केंद्र प्रभारी एस. नायर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता दुर्गा तिवारी को निलंबित कर दिया है। मिश्रा ने स्वास्थ्य अधिकारियों का एक दल भी जांच के लिए दमोह भेजा है।
मृत बच्चों के परिजनों को सरकार की ओर से एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई है।
कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर को दमोह में बच्चों को खसरे के टीके लगाए गए। टीके लगने के बाद रात को बच्चों की हालत बिगड़ने लगी और उन्हें जिला चिकित्सालय ले जाया गया। उपचार के दौरान शनिवार की देर रात तक चार बच्चों रोहिणी राज गौड़, अरमान विश्वकर्मा, गौरव विश्वकर्मा और कार्णिका की मौत हो गई। वहीं नौ बच्चों का इलाज जारी है।
कोतवाली के प्रभारी एस. एस. राजपूत ने रविवार को आईएएनएस को बताया है कि गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता दुर्गा तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दमोह के कलेक्टर आर. ए. खंडेलवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपर कलेक्टर एस.पी. शर्मा को जांच के आदेश दिए है। शर्मा ने आईएएनएस को बताया है कि वे जल्दी ही अपनी जांच रिपोर्ट सौंप देंगे।
जानकारी के अनुसार वैक्सीन को सुरक्षित तौर पर नहीं रखा गया और स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने वैक्सीन को थर्मस में रखा था। यह खुलासा चर्चा के दौरान दुर्गा तिवारी ने किया है।
मृत बच्चों के परिजनों ने बताया है कि शुक्रवार को उनके बच्चे स्कूल से लौटे थे और स्वस्थ थे। उन्हें पता चला कि खसरे के टीके लग रहे हैं तो उन्होने अपने बच्चे को टीका लगवाया। कुछ ही देर में बच्चे को दस्त लगने लगे और उसका शरीर नीला पड़ गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।