समान पद समान पेंशन योजना पर प्रधानमंत्री की सफाई (लीड-1)
प्रधानमंत्री ने कहा, "आडवाणीजी ने पूर्व सैनिकों के लिए समान पद समान पेंशन का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मैंने अपने भाषण में इसका वादा किया था और वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने भी छह जुलाई, 2009 को अपने बजट भाषण में इसका वादा किया था, लेकिन इन वादों को पूरा नहीं किया गया। यह आरोप सही नहीं है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सच्चाई यह है कि हमने समान पद समान पेंशन और अन्य संबंधित मुद्दों के लिए कैबिनेट सचिव के अधीन एक समिति का गठन किया था। लेकिन समिति ने इसकी सिफारिश नहीं की है।"
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा, "लेकिन समिति ने अधिकारी वर्ग से नीचे के लोगों के लिए और कमीशन्ड अधिकारियों के लिए पेंशन संबंधी लाभों को बढ़ाने की जो भी सिफारिशें की है, उसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है और मैंने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में इसी का जिक्र किया था।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "जिन सिफारिशों को स्वीकार किया गया है, उसके तहत वित्त मंत्री द्वारा 2009 के बजट भाषण में किया गया वादा भी पूरा हो गया है। समिति ने सात सिफारिशें की थी, जिनमें से पांच को लागू किया जा चुका है। जिन दो सिफारिशों को लागू नहीं किया गया है, उन्हें भी जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।"
प्रधानमंत्री, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के उन आरोपों का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि इस योजना के लागू होने का दावा करके प्रधानमंत्री ने सदन को गुमराह किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।