विमान अपहरण के संभावित खतरे के मद्देनजर हवाई अड्डों पर हाई अलर्ट घोषित (राउंडअप)
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया, "जहां तक मंत्रालय की बात है तो हमारी तरफ से राष्ट्रीय उड्डयन ब्यूरो ने सभी विमानन कंपनियों तथा सभी हवाई अड्डों को पूरी तरह चौकस रहने का निर्देश जारी कर दिया है।"
प्रवक्ता ने आईएएनएस से कहा, "विमान अपहरण की खुफिया जानकारी मिलने के बाद यह जरूरी है कि एजेंसियां, हवाई प्राधिकरण और विमानन कंपनियां सुरक्षा उपायों का पालन करें।" उन्होंने कहा कि खास तौर से दक्षिणी एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के सदस्य देशों के यहां आने-जाने वाली उड़ानों में मार्शल तैनात रहेंगे। प्रवक्ता ने आगे कहा कि विमानों पर मार्शल की तैनाती और बहुस्तरीय तलाशी, अभ्यास के हिस्से हैं।
उड्डयन सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों ने कहा है कि गणतंत्र दिवस समारोहों के मद्देनजर पहले ही एक अलर्ट घोषित किया जा चुका है। अब संभावित विमान अपहरण की सूचना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है।
विमानन कंपनी 'एयर इंडिया' के प्रवक्ता जितेंद्र भार्गव ने आईएएनएस से कहा, "हम खुफिया जानकारियों पर गौर कर रहे हैं। हम उसके मुताबिक ही कदम उठा रहे हैं।"
आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि देश के हवाई अड्डों पर रेड अलर्ट जारी किया गया है। देश के सभी हवाई अड्डों विशेषत: पूर्वोत्तर के हवाई अड्डों पर अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है। हवाई अड्डों के आसपास सेना की टुकड़ियों को भी तैनात रहने के लिए कहा गया है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "इस खास खतरे के मद्देनजर दक्षेस देशों को जाने वाली सभी उड़ानों के यात्रियों की जहाज की सीढ़ियों के पास भी जांच की जाएगी।"
दक्षेस देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
अधिकारी ने कहा है, "खास उड़ानों में भी मार्शल तैनात किए जाएंगे। सतर्कता के तौर पर विमान की सीढ़ियों पर तलाशी की व्यवस्था की गई है और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।"
हवाई अड्डों पर सुरक्षा के जिए जवाबदेह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को कहा गया है कि वह पूरे सुरक्षा क्षेत्र में यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखे, खासतौर से उन यात्रियों पर जो राष्ट्रीय विमानन कंपनी के विमानों से यात्रा कर रहे हों।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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