सबने कहा, हबीब तनवीर जैसा कोई नहीं
रंगमंच को नया रूप देने वाले हबीब तनवीर ने सोमवार की सुबह नेशनल हास्पिटल में अंतिम सांस ली। साहित्यकार कमला प्रसाद कहते हैं कि हबीब तनवीर ने नाटक में जो प्रयोग किए है उसे दूसरा कोई नहंीं कर सकता। नाटकों में छत्तीसगढ़ी नाचा का इस्तेमाल कर रंगमंच को उन्होंने एक नया रूप दिया था। वह मौलिकता कोई दूसरा हासिल नहीं कर सकता।
रंगकर्मी सरफराज का मानना है कि हबीब तनवीर के जाने के साथ ही रंगमंच का पर्दा ही गिर गया है। उनकी जगह कोई दूसरा नहीं ले सकता। उन्होंने नए कलाकारों को तराशने के साथ वह मंच दिया जिसने नवोदित कलाकारों की जिन्दगी ही बदल दी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हबीब तनवीर के निधन पर कहा है कि उन्होंने कला के माध्यम से मध्य प्रदेश को देश ही नहीं दुनिया में गौरवान्वित किया है। वे रंगकर्म के अविरल पथिक थे जिसने लोकशैलियों खासकर छत्तीसगढ़ी नाचा शैली को समृद्घ बनाया है। उन्होंने एक पूरी नई पीढ़ी को दीक्षित और संस्कारित करने में अहम भूमिका निभाई।
प्रदेश के संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने हबीब तनवीर को रंगमंच का ऐसा नायक बताया है जो बार-बार जन्म नहीं लेता। उन्होंने कहा कि हबीब तनवीर के जाने से रिक्त हुए स्थान को भरना मुश्किल है। प्रदेश के संस्कृति सचिव मनोज श्रीवास्तव ने भी हबीब तनवीर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।