वेलेंटाइन डे पर प्रियतमों से मिलने विदेशी बालाएं पहुंची खजुराहो
कहा जाता है कि प्यार के आगे जाति, धर्म और देश की दूरियां सब बौने पड़ जाते हैं, इसका उदाहरण बन गई हैं स्पेन की लारा और स्वीडन की प्रीडी विलियम। ये दोनों एक साल पहले आई तो थीं खजुराहो की बेजोड़ कलाकृतियों को निहारने के लिए मगर वे इन कृतियों को निहारते-निहारते भारतीय लड़कों की दीवानी हो गई।
स्पेन की मनोविज्ञान की छात्रा लारा बीते साल भारत भ्रमण पर निकली थी। वे देश के अन्य हिस्सों का भ्रमण करते हुए खजुराहो पहुंची तो यहां की मूर्ति कला ने उन्हें भाव विभोर कर दिया। तभी उनकी दोस्ती भूपेन्द्र सिंह चंदेल से हो गई।
लारा यहां कुछ दिन रुकने के बाद वापस स्पेन तो लौट गई लेकिन उनके तथा भूपेन्द्र के दिल में उठी प्यार की हिलोरें जारी रहीं। ऐसा ही कुछ हुआ स्वीडन की प्रीडी विलियम और प्रदीप गुप्ता के बीच।
इन दोनों विदेशी बालाओं की भारतीय युवाओं से दोस्ती अब प्यार में बदल चुकी है। यही वजह है कि वेलेंटाइन डे पर उन्हें प्रियतम से मिलने की चाहत खजुराहो खींच लाई है। लारा कहती है कि भूपेन्द्र उनका अच्छा दोस्त है इसीलिए वह दोबारा खजुराहो आई हैं। भूपेन्द्र का कहना है कि वह वेलेंटाइन डे पर सिर्फ लारा के स्वागत में एक विशेष कार्यक्रम करने जा रहे हैं।
लारा व भूपेन्द्र और विलियम व प्रदीप की प्रेम कहानी ने वेलेंटाइन डे को लेकर हायतौबा मचाने वाले उन लोगों को आईना दिखाने की कोशिश की है जो प्यार के मायने को ही नहीं जानते।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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