नकदी प्रवाह व सहज सरकारी ऋण सुनिश्चित कराई जाएगी : आरबीआई
सुब्बाराव ने इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च में आयोजित एक सम्मेलन के अवसर पर कहा, "हम नकदी की सहज स्थितियां बनाए रखेंगे। इसके लिए विभिन्न विकल्प व उपाय अपनाए गए हैं। हम और भी उपायों की तलाश करेंगे और उन्हें उचित तरीके से लागू करेंगे।"
सुब्बाराव ने कहा, "हम इस बात की भी कोशिश करेंगे कि बाजार में स्थिरता बनी रहे। हम देखते हैं कि बाजार में अस्थिरता नहीं है। हम सरकारी ऋण कार्यक्रम को सशक्त बनाए रखेंगे।"
आरबीआई गवर्नर ने कहा, "हम ऋण प्रक्रिया को अधिक से अधिक सहज बनाने की कोशिश करेंगे।"
यह अलग बात है कि आरबीआई ने पिछले महीने मौद्रिक नीति समीक्षा के दौरान मुख्य दरों को अपरिवर्तित छोड़ दिया, लेकिन पिछले वर्ष के सितंबर महीने से ही इनमें लगातार परिवर्तन किया जाता रहा है।
नकदी के मामले के साथ ही सुब्बाराव ने उस विशेष उद्देश्य वाले रास्ते पर भी चर्चा की, जिसे पिछले दो जनवरी के राहत पैकेज में गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की जमा पूंजी 25,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने के लिए प्रस्तावित किया गया था।
सुब्बाराव ने कहा, "नीति में जिस विशेष उद्देश्य वाले रास्ते के बारे में हमने बात की थी, मुझे विश्वास है कि वह अगले सप्ताह या उसके बाद चालू हो जाएगा। इससे गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की समस्याएं बुनियादी रूप से आसान हो जाएंगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।