उप्र में शस्त्र लाइसेंस के लिए 700 महिलाओं ने दिए आवेदन
लखनऊ, 4 फरवरी (आईएएनएस)। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्ष 2008 में करीब 700 महिलाओं ने शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन दिए हैं। क्षेत्र में महिलाओं में हथियार रखने की कोई लहर नहीं चल रही बल्कि राजनेता और अपराधी शस्त्र लाइसेंस के लिए परोक्ष रूप से परिवार की महिला सदस्यों का उपयोग कर रहे हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षो में महिलाओं के शस्त्र लाइसेंस हासिल करने और इसके लिए आवेदन करने के मामलों में आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है।
शस्त्र लाइसेंस अधिकारियों के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2006 से मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाजियाबाद और बुलंदशहर में महिलाओं के शस्त्र लाइसेंस के आवेदनों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
पूरे मेरठ क्षेत्र में महिलाओं के शस्त्र लाइसेंस के 7,000 आवेदन लंबित हैं। पुलिस अधिकारी इसके लिए तीन कारणों-पारिवारिक विवाद, राजनीतिक परिवारों और अपराधियों के रिश्तेदारों को जिम्मेदार मानते हैं।
मेरठ क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक गुरुबचन लाल ने आईएएनएस से कहा कि इस इलाके का तेजी से औद्योगिकरण और शहरीकरण हो रहा है। लोग समृद्ध हो रहे हैं और जहां पैसा होता है वहां अपराध का भय हमेशा रहता है।
उन्होंने बताया कि हाल में ही एक कालेज खोलने वाली दो महिलाओं ने पिछले सप्ताह उनसे शस्त्र लाइसेंस के लिए कहा।
लाल ने कहा कि राजनीतिक परिवारों और अपराधियों के परिवार की महिला सदस्यों का शस्त्र लाइसेंस लेना पूरे देश में काफी पुराने समय से चल रहा है लेकिन लाइसेंस देने से पहले हम हर संभव सावधानी बरतते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।