समलैंगिक पति के खिलाफ अदालत गई पत्नी
नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। हर नव विवाहिताओं की तरह राधा (बदला हुआ नाम) ने भी अपने वैवाहिक जीवन को लेकर सपने सजोए थे, लेकिन चंद महीनों के भीतर ही उसके सपने तब चकनाचूर हो गए, जब उसे यह पता चला कि उसका पति समलैंगिक है और एक पुरुष मित्र के साथ उसका प्रेम प्रसंग है।
जब पत्नी ने इस पर आपत्ति की तो उसके पति राहुल (बदला हुआ नाम) ने अपना रिश्ता तोड़ने से इंकार कर दिया, अलबत्ता उसने पत्नी से ही किनारा कर लिया।
राधा अपने मायके चली गई। वहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया।
राधा की शादी वर्ष 2004 में हुई थी। यह सोचकर कि शायद बच्ची के जन्म के बाद राहुल की सोच बदल गई होगी, उसने अपने पति से मुलाकात की। लेकिन उम्र के 20वें वर्ष में पहुंचे उसके पति ने उसे व उसकी बच्ची को स्वीकारने से इंकार कर दिया।
अपनी बच्ची को देख राहुल ने कहा, "मैं लड़कियों से नफरत करता हूं।"
अब राधा ने राहत के लिए अपने पति के खिलाफ मुकदमा किया है।
एक नगरीय अदालत में अगले महीने उसकी याचिका पर सुनवाई होगी।
अपनी याचिका में राधा ने कहा है कि वर्ष 2004 में उसकी शादी हुई थी। कुछ समय तक दोनों (पति-पत्नी) प्रेम से साथ रहे। लेकिन जल्द ही राधा को एहसास हुआ कि उसके पति को उसमें कोई रुचि नहीं रह गई है। उसके बदले वह अपने मित्र इमरान (बदला हुआ नाम) के साथ मजे उड़ा रहा है।
जब उसने इस बारे में राहुल से बात की तो उसने स्पष्ट जवाब दिया कि वह महिलाओं को पसंद नहीं करता। उसने राधा से कहा कि वह उसके जीवन में हस्तक्षेप न करे।
जब राधा ने घर में इमरान की उपस्थिति पर आपत्ति उठाई तो राहुल ने उसकी पिटाई की और उसे घर से बाहर निकाल दिया। राधा उस समय गर्भवती थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।