कश्मीर पर मिलिबैंड की सलाह भारत ने ठुकराई
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मिलिबैंड के विचार उनके निजी के विचार हैं। वे अपने विचार प्रकट करने के लिए स्वतंत्र हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि उनको भारत के जम्मू और कश्मीर जैसे आंतरिक मामले में किसी की बिन मांगी सलाह की आवश्यकता नहीं है।
चार दिन के दौरे पर भारत आए मिलिबैंड ने गुरुवार को लंदन के गार्जियन अखबार में लिखे लेख में कहा था कि आतंकवाद के खिलाफ युद्ध की धारणा भ्रामक और गलत है क्योंकि यह विभिन्न आतंकवादी संगठनों के उद्देश्यों को समझने में विफल है।
ब्रिटिश विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीर समस्या का हल इस क्षेत्र में आतंकवादियों को हथियार छोड़ने में सहायक होगा और पाकिस्तानी अधिकारियों को अपनी पश्चिमी सीमा पर अधिक ध्यान देने में सुविधा होगी।
गुरुवार को मुंबई में ही एक भाषण में मिलिबैंड ने पाकिस्तान से आतंकवाद पर कोई सहनशीलता नहीं बरतने के आग्रह के साथ आतंकवाद की समस्या का हल सैनिक कार्रवाई को मानने से इनकार किया।
मिलिबैंड ने भारत और पाकिस्तान को मुंबई हमलों के बाद सहयोग का मार्ग अपनाने की सलाह दी है जो अधिक प्रभावी है।
उनके अनुसार आज आतंकवादी समूहों के वित्तीय समर्थन और हथियार आपूर्ति को रोककर लोकतांत्रिक दलों में उनके समर्थकों को उजागर करने की आवश्यकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।