खिलौनों की शक्ल में समाई मुंबई हमले की खौफनाक यादें
कोलकाता, 11 जनवरी (आईएएनएस)। मुंबई में हुए आतंकवादी हमले को भले ही हफ्तों बीत गए हों लेकिन कोलकाता में खिलौनों की दुकानों पर जाते ही उसकी खौफनाक यादें ताजा हो उठती हैं। इन दुकानों पर इन दिनों इस हमले से जुड़े खिलौनों और वीडियो गेम की भरमार है और ये बच्चों की पहली पसंद बने हुए हैं।
कोलकाता में 'वंडरलैंड ट्वॉयज' के कर्मचारी सुशील कुमार ने आईएएनएस को बताया, "मुंबई हमले के बाद युद्ध से जुड़े वीडियो गेम और खिलौनों की बिक्री 44 प्रतिशत बढ़ गई है। खिलौने खरीदने वाला तकरीबन हर बच्चा बंदूक, राइफल, पिस्तौल और युद्ध से जुड़े वीडियो गेम की मांग करता है।"
एक स्थानीय गृहिणी स्मिता सरकार का कहना है, "मेरे दो बच्चों ने मुंबई हमले की कवरेज को टेलीविजन पर देखा था। अब वे आतंकवादी और कमांडो से जुड़े वीडियो गेम को पसंद करते हैं।"
इस संबध में मनोचिकित्सक सरबानी चौधरी का कहना है कि कि बच्चों का दिमाग बेहद तेज होता है। जिन चीजों को वे देखते हैं वे उनके दिमाग में बहुत जल्दी घर कर जाती हैं। मुंबई हमले को लेकर भी यही हुआ है।
गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में ताजमहल होटल और ओबरॉय होटल समेत कई अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर हुए आतंकवादी हमलों में लगभग 175 लोग मारे गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।