'दुर्रानी की बर्खास्तगी पाक नेतृत्व में दरार का नतीजा'
पाकिस्तानी समाचार पत्र 'द न्यूज' ने गुरुवार को इस संबंध में संपादकीय लिखा है। 'नेतृत्व में दरार' नामक संपादकीय में लिखा गया है कि इस्लामाबाद में शीर्ष नेतृत्व में गंभीर मतभेद का नतीजा एनएसए की बर्खास्तगी है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार दोपहर दुर्रानी ने एक भारतीय समाचार चैनल से कहा था कि कसाब वास्तव में पाकिस्तानी नागरिक है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुहम्मद सादिक ने भी दुर्रानी की तरह ही विचार व्यक्त किए। मीडिया रिपोटोर्ं के अनुसार सूचना मंत्री शेरी रहमान ने भी कुछ पत्रकारों को इस संबंध में एसएमएस भेजे थे।
बुधवार देर रात दुर्रानी को बर्खास्त किए जाने की घोषणा करते हुए कहा गया था कि दुर्रानी ने प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी को विश्वास में लिए बिना वक्तव्य दिया है, जिससे देश शर्मसार हुआ है।
समाचार पत्र ने कहा है कि सूचना मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर शीर्ष नेतृत्व को विश्वास में नहीं लिया था। समाचार पत्र ने सवाल उठाया है कि क्या देश के दो प्रमुख मंत्रालयों के बीच मतभेद पैदा हो गए हैं?
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।