ताज स्थित कब्रों को जनता के लिए बंद करने की योजना रद्द
पर्यटन उद्योग के सदस्यों के विरोध के कारण विभाग को यह योजना रद्द करनी पड़ी। इससे पूर्व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने विभाग को ताज स्थित ऐतिहासिक कब्रगाह के ऊपरी भाग को बंद करने का सुझाव दिया था। इसके नीचे ही शाहजहां और मुमताज की मूल कब्रे हैं, जिन्हें वर्ष 1996 में बंद कर दिया गया था।
सीआईएसएफ ने सुरक्षा के मद्देनजर कब्रों को जनता के लिए बंद करने का सुझाव दिया था। दरअसल इसमें प्रवेश और निकास के लिए एक ही रास्ता है।
कब्रों को जनता के लिए बंद करने की योजना पर पर्यटन उद्योग के सदस्यों ने विरोध दर्ज किया था। दरअसल इन कब्रों को देखने बड़ी संख्या में पर्यटक ताज पहुंचते हैं।
आगरा गाइड्स एसोसिएसन के अध्यक्ष शमशुद्दीन और आगरा पर्यटक कल्याण चैंबर के अध्यक्ष राजीव तिवारी ने सीआईएसफ के अनुरोध के विरोध में विभाग को एक ज्ञापन सौंपा था।
विभाग के पुरातत्ववेत्ता अधीक्षक डी.एन.डिमरी ने आईएएनएस से कहा कि पर्यटन उद्योग के विरोध के कारण विभाग ने अपनी योजना वापस ले ली है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।