मुंबई हमलों की कवरेज को लेकर दक्षिण एशिया का मीडिया कठघरे में
दक्षिण एशिया में काम करने वाले एक स्वयंसेवी संगठन 'साउथ एशिया मीडिया कमीशन' (एसएएमसी) ने मंगलवार को जारी अपनी सालाना रिपोर्ट 'साउथ एशिया मीडिया मॉनिटर 2008' में कहा, "ऐसा लगता है कि इन हमलों ने मीडिया को इसका अवसर मुहैया करा दिया कि वह अतिवादी एजेंडे को उभारे और भारत-पाकिस्तान के बीच चल रही शांति वार्ता को खतरे में डाल दें।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक ओर जहां क्षेत्र में इस साल 20 पत्रकारों ने अपनी जान गंवाई वहीं मुंबई में 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमलों के दौरान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने गैर जिम्मेदारी का परिचय देते हुए दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाने का काम किया।
समाचार पत्र डेली टाइम्स में बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, "इस रिपोर्ट में दक्षिण एशिया के पत्रकारों की परिस्थितियों को उभारा गया है। इसमें क्षेत्र के सभी आठ देशों के पत्रकारों की कठिनाइयों को उजागर किया गया है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।