कांग्रेस और नेकां का एजेंडा एक : उमर
पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद अब्दुल्ला कांग्रेस से संभावित गठबंधन को लेकर सोमवार शाम दिल्ली पहुंचे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ सरकार बनाने को लेकर वे चर्चा करेंगे।
अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "गठबंधन अपने आप में एक समझौता है। कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नीतियों में बहुत अंतर है जबकि कांग्रेस और नेकां के एजेंडे में बहुत अंतर नहीं है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि सरकार बनाने को लेकर हम दोनों के बीच कोई दिक्कत आएगी।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व से सकारात्मक संदेश मिलने के बाद ही वे दिल्ली आए हैं नहीं तो वे आते ही क्यों।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की कुल 87 विधानसभा सीटों में नेशनल कांफ्रेंस को 28, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को 20 और कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।