कश्मीरियों को उम्मीद, मुंबई हमले से बाधित नहीं होगी शांति प्रक्रिया
जम्मू, 28 नवंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के राजनीतिज्ञों, व्यापारियों व बुद्धिजीवियों को उम्मीद है कि मुंबई हमले से भारत, पाकिस्तान के बीच जारी शांति प्रक्रिया बाधित नहीं होगी।
पीपुल्स डेमोकेट्रिक पार्टी(पीडीपी) के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "मुंबई हमले की जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है। मानवता के खिलाफ इस तरह की आतंकी कार्रवाई निंदा योग्य है।''
यह पूछे जाने पर कि क्या इससे भारत और पाकिस्तान के बीच जारी शांति प्रक्रिया प्रभावित होगी, सईद ने कहा, "तात्कालिक तौर पर कुछ असर पड़ सकता है, लेकिन मुझे इसका कोई दीर्घकालिक प्रभाव नहीं दिखाई देता। हमें यह समझ लेना चाहिए कि भारत, पाकिस्तान को साथ-साथ रहना है और आतंकवाद का मिल कर मुकाबला करना है।''
नेशनल कांफ्रेंस के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने भी मुंबई हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।
अब्दुल्ला ने आईएएनएस को बताया, "मैं महसूस करता हूं कि यह उन समूहों द्वारा की गई एक सुनियोजित कार्रवाई थी, जो भारत, पाकिस्तान को करीब नहीं देखना चाहते। मैं सोचता हूं कि इस मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई जाए और उसमें भारत, पाकिस्तान को अन्य प्रमुख देशों के साथ बैठ कर चर्चा करनी चाहिए।''
जम्मू-कश्मीर से एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल सीमापार व्यापार के संबंध में आगे की बातचीत के लिए पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद जाने वाला था।
इस बारे में जम्मू में चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष राम सहाय ने कहा, "इस हमले के बाद हम सीमा पार के व्यापार के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। फिर भी हम सभी योजना के मुताबिक मुजफ्फराबाद दौरे पर जाना चाहते हैं।''
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।