आर्थिक विकास दर और गिरी, 7.6 फीसदी पर आई (राउंडअप)
नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर में और गिरावट आई है और यह 7.6 फीसदी पर आ गई है।
केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन (सीएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में यह दर 7.9 फीसदी थी जबकि वित्त वर्ष 2007-08 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) में यह दर 9.2 फीसदी थी।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने अनुमान प्रकट किया था कि देश की अर्थव्यवस्था 31 मार्च 2009 को खत्म हो रहे मौजूदा वित्त वर्ष तक 7-8 फीसदी की गति से विकास करेगी।
आलोच्य अवधि में विकास दर में यह गिरावट मुख्यत: विनिर्माण खंड में आई गिरावट के कारण हुई। दूसरी तिमाही के दौरान विनिर्माण खंड की विकास दर पांच फीसदी रही जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह दर 9.2 फीसदी थी। इसी तरह कृषि खंड की विकास दर 4.7 फीसदी से गिरकर 2.7 फीसदी हो गई।
वित्तीय सेवाओं, अचल संपत्ति और व्यावसायिक सेवाओं के क्षेत्र में 9.2 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। यह विकास दर अचल संपत्ति के व्यवसाय में मंदी की शिकायतों के बीच दर्ज की गई है।
उधर, व्यापारिक संगठन एसोसिएटेड चैंबर्स आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) ने कहा कि 7.6 की विकास दर संतोषजनक है और विश्वास व्यक्त किया कि यह दर चालू वित्त वर्ष के शेष महीनों में बरकरार रहेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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