हिंसा कोई विकल्प नहीं : तिब्बती युवा कांग्रेस प्रमुख
जयदीप सरीन
जयदीप सरीन
धर्मशाला, 22 नवंबर (आईएएनएस)। तिब्बत की निर्वासित सरकार की सबसे बड़ी गैर सरकारी संस्था तिब्बतन यूथ कांग्रेस (टीवाईसी) ने कहा है कि उसका न तो कोई आतंकवादी संगठन है और न ही वह हिंसा में विश्वास रखता है।
तिब्बत की आजादी के लिए संस्था का शीर्ष नेतृत्व इन दिनों आगे की रणनीति बनाने में जुटा है। टीवाईसी के अध्यक्ष त्सेवांग रिगझिन भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने आईएएनएस से एक खास बातचीत में कहा, "तिब्बत की संपूर्ण आजादी ही मौजूदा समस्या का समाधान है। भविष्य में क्या होगा यह तो मुझे नहीं पता लेकिन हिंसा हमारे लिए कोई विकल्प नहीं है। अभी तक हमने जो भी विरोध किया है वह शांतिपूर्ण रहा है।"
उल्लेखनीय है कि टीवाईसी को चीन ने हाल ही में आतंकवादी संगठन घोषित किया है। चीन का कहना है कि टीवाईसी का अल कायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों से संबंध है। दुनिया भर में टीवाईसी के 30, 000 से ज्यादा सदस्य हैं।
रिगझिन ने कहा, "टीवाईसी को आतंकवादी संगठन करार देना बिल्कुल निराधार है। हम पर इस प्रकार के आरोप लगाने से पहले चीन को पूरी तहकीकात कर लेनी चाहिए। इस प्रकार के आरोप लगाकर चीन कुछ लोगों को मूर्ख बना सकता है पर पूरे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को नहीं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।