अमेरिकी आर्थिक संकट का असर सोथबायज की नीलामी पर
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। एशिया के नए कला केंद्र के रूप में उभर रहे हांगकांग में सोथबायज की हालिया नीलामी पर अमेरिका और यूरोप में छाए वित्तीय संकट का सीधा असर देखने को मिला, जब प्रख्यात समकालीन भारतीय चित्रकार सुबोध गुप्ता की एक अत्यंत चर्चित शीर्षक विहीन कृति अनबिकी रह गई।
सुप्रसिद्ध नीलामीघर सोथबायज की इस नीलामी में जहां कुछ कलाकारों की कृतियां अपेक्षाकृत ऊंची कीमत पर बिकीं वहीं सुबोध की कृति संभवत: इसलिए अनबिकी रह गई क्योंकि उसकी अनुमानित कीमत अधिक थी। सुबोध की पेंटिंग के 1.2 से 1.6 करोड़ डॉलर कीमत में बिकने का अनुमान लगाया गया था।
कुछ कलाकारों की कृतियां उम्मीद से कहीं ज्यादा कीमत में बिकीं। ठुकराल एंड टागरा की 'आई लाइक माई मैन कवर्ड टू' 2,34,252 डॉलर में बिकी जबकि उसके 1,00,000 से 1,55,000 डॉलर में बिकने का अंदाजा लगाया गया था। इसी तरह चिंतन उपाध्याय की 'टुगेदर फॉर लाइफ वेदर वी लाइक इट आर नाट' की नीलामी 1,41,581 डॉलर में हुई जबकि इसके लिए 70,000 से 100,000 डॉलर की कीमत का अनुमान लगाया गया था।
उल्लेखनीय है कि अनेक प्रमुख खरीदार अमेरिका और यूरोप के उन मुल्कों से आते हैं जो इस समय मंदी की मार झेल रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।