बिहार बाढ़ : कोताही बरतने पर मधेपुरा के जिलाधिकारी का तबादला
पटना, 7 सितम्बर (आईएएनएस)। बिहार में बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित मधेपुरा जिले में राहत कार्यो में कोताही बरतने पर वहां के जिलाधिकारी का तबादला कर दिया गया है।
दूसरी ओर कोसी नदी के प्रलयंकारी बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित पांच जिलों में पानी में कमी दर्ज की जा रही है और इलाकों में महामारी फैलने की आशंका बढ़ गई है।
शनिवार रात मधेपुरा के जिलाधिकारी राजेश कुमार का तबादला कर दिया गया। उनके स्थान पर अतीश चंद्रा को मधेपुरा का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। इससे पहले सहरसा और सुपौल के जिलाधिकारियों का तबादला किया जा चुका है।
राज्य सरकार लोगों को पानी घटने के बावजूद अपने-अपने गांवों में नहीं जाने की सलाह दे रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नंद किशोर यादव ने रविवार को आईएएनएस को बताया कि राहत शिविरों में कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव का जिम्मा मानिटरिंग दल को सौंप दिया गया है।
यादव ने बताया कि सहरसा जिले में हैजा से निपटने के लिए 50 करोड़ टैबलेट भेजे गए हैं जिन्हें अन्य जिलों में भी वहीं से वितरित किया जाएगा। बाढ़ पीड़ितों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करने के लिए प्रभावित इलाकों में दो सौ से अधिक चिकित्सा दल कार्य कर रहे हैं।
धमदाहा-पूर्णिया मार्ग पर पानी भरने के कारण आवागमन बाधित हुआ है वहीं सहरसा-मधेपुरा सड़क पर पानी कम होने से छोटे वाहनों का आवागमन प्रारंभ हो गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित पांचों जिले सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया तथा पूर्णिया में बाढ़ के पानी के घटने का सिलसिला जारी है लेकिन शनिवार को मधेपुरा के कुछ क्षेत्रों में पानी बढ़ने का भी समाचार प्राप्त हुआ।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब भी हजारों लोग फंसे हुए हैं। सेना के ब्रिगेडियर पी़ एस़ राठी का मानना है कि अब जो भी लोग बाढ़ में फंसे हैं वे अपनी मर्जी से रह रहे हैं।
भागलपुर जिले के नवगछिया में ध्वस्त सहजा तटबंध में मरम्मती का कार्य जारी है। भागलपुर के जिलाधिकारी संतोष कुमार की माने तो दो दिनों में इस तटबंध के मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस बीच कटिहार के फलका प्रखंड के लक्ष्मीपुर के निकट थामस बांध के टूटने तथा बरंडी नदी में आई उफान के कारण फलका और समेली प्रखंड के करीब 20 हजार की आबादी प्रभावित हुई है।
थल सेना के इंजीनियरिंग कोर के अधिकारी और जवान नेपाल में एफलेक्स बांध की मरम्मती के लिए रविवार को कुसहा पहुंच चुके हैं। यहां पायलट चैनल का काम एक दो दिन में प्रारंभ होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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