महाभियोग से पहले पद न छोड़कर अपनी मुश्किलें बढ़ा लेंगे मुशर्रफ
इस्लामाबाद, 11 अगस्त (आईएएनएस)। अगर पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने संसद में अपने खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाए जाने से पहले कुर्सी नहीं छोड़ी, तो उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। वह सम्मानित तरीके से वतन छोड़ने के विकल्प से भी हाथ धो बैठेंगे। पश्चिमी देशों के राजनयिकों को सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी(पीपीपी) से ऐसा ही संकेत मिला है।
इस्लामाबाद, 11 अगस्त (आईएएनएस)। अगर पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने संसद में अपने खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाए जाने से पहले कुर्सी नहीं छोड़ी, तो उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। वह सम्मानित तरीके से वतन छोड़ने के विकल्प से भी हाथ धो बैठेंगे। पश्चिमी देशों के राजनयिकों को सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी(पीपीपी) से ऐसा ही संकेत मिला है।
जिन राजनयिकों ने पार्टी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की है, उन्हें मुशर्रफ के बारे में ऐसा ही संकेत मिला है। 'द न्यूज' अखबार के मुताबिक मुशर्रफ के बारे में स्पष्ट कहा गया है कि उनके लिए विकल्पों का दायरा सिमटता जा रहा है। अगर वह अपनी मर्जी से पद नहीं छोड़ते हैं, तो उन्हें सुरक्षित व सम्मानित तरीके से वतन छोड़ने के विकल्प से वंचित किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में उन्हें एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईएसएल) में डाल दिया जाएगा।
जिन राजनयिकों ने जरदारी से मुलाकात की, उनमें अमेरिकी दूतावास के उपप्रमुख पीटर बॉडी प्रमुख रूप से शामिल थे। दूतावास के एक अधिकारी लाउ फिंटर ने अखबार से बातचीत में कहा, "हम जरदारी से राजनयिकों की मुलाकात की न तो पुष्टि कर सकते हैं और न ही इससे इनकार कर सकते हैं। वैसे, विभिन्न मसलों पर पाक सरकार के साथ हम मशविरा करते रहते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*