बर्लिन में ओबामा को सुनने के लिए लाखों जुटे
बर्लिन , 25 जुलाई (आईएएनएस)। अमेरिका में डेमोकेट्रिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बराक ओबामा को जर्मनी की राजधानी बर्लिन में सुनने के लिए गुरुवार को करीब दो लाख लोग एकत्र हुए। इतने अधिक लोगों की भीड़ वह पहले कभी नहीं खींच पाए थे।
ओबामा ने अपने संबोधन में आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और परमाणु प्रसार के खतरे से निपटने के लिए यूरोप और अमेरिका के बीच साझेदारी पर बल दिया।
ओबामा ने कहा कि यूरोप और अमेरिका अलग-अलग नहीं रह सकते हैं और अमेरिका का यूरोप से बेहतर कोई अन्य सहयोगी नहीं है।
ओबामा ने आपने भाषण में आतंकवाद, पूर्व सोवियत संघ की खराब सुरक्षा व्यवस्था में रखी गई परमाणु सामग्री और अफगानिस्तान में अफीम की खेती को विश्व के सामने उपस्थित खतरों के रूप में चिह्न्ति किया।
ओबामा ने जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का मुकाबला करने और परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए नए सिरे से प्रयास करने पर जोर दिया।
ओबामा ने अपने भाषण में 1948 में सोवियत नाकेबंदी से पश्चिम बर्लिन को बचाने के लिए किए गए प्रयासों और 1961 से 1989 तक रही बर्लिन की दीवार का भी उल्लेख किया।
ओबामा ने कहा कि केवल आपसी सहयोग और साझेदारी ही यूरोप-अमेरिका को सुरक्षित रख सकती है तथा मानवता को आगे ले जा सकती है।
ओबामा की बर्लिन सभा में पुलिस के अनुसार दो लाख लोग एकत्र हुए थे। अमेरिका में ओबामा की चुनाव रैलियों में अधिकतम 75 हजार व्यक्ति ही उपस्थित हुए थे।
इसके पहले ओबामा ने जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल और विदेश मंत्री फ्रैंक वाल्टर स्टीनमीयर से भी अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर वार्ता की।
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी जान मैक्के न ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह जर्मनी में भाषण देना चाहते हैं, लेकिन एक राष्ट्रपति के रूप न कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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