राजनीतिक लाभ के लिए रची गई साजिश का शिकार तो नहीं हुआ हनीफ?
सिडनी, 18 जून (आईएएनएस)। ब्रिटेन के ग्लासगो हवाई अड्डे पर हुए नाकाम आतंकवादी हमले के सिलसिले में आस्ट्रेलिया में गिरफ्तार और बरी किए गए भारतीय डाक्टर हनीफ के बारे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि कहीं वह राजनीतिक लाभ के लिए रची गई साजिश का शिकार तो नहीं हुए थे।
सिडनी, 18 जून (आईएएनएस)। ब्रिटेन के ग्लासगो हवाई अड्डे पर हुए नाकाम आतंकवादी हमले के सिलसिले में आस्ट्रेलिया में गिरफ्तार और बरी किए गए भारतीय डाक्टर हनीफ के बारे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि कहीं वह राजनीतिक लाभ के लिए रची गई साजिश का शिकार तो नहीं हुए थे।
हनीफ के वकीलों को सूचना की आजादी के अधिकार के तहत मिले दस्तावेजों से संकेत मिलते हैं कि हनीफ की गिरफ्तारी के 48 घंटों के भीतर तत्कालीन प्रधानमंत्री कार्यालय इस मामले से जुड़ गया था।
दस्तावेजों के मुताबिक तत्कालीन प्रधानमंत्री जॉन हावर्ड के दफ्तर और मंत्रिमंडल ने आव्रजन एवं विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ 4 जुलाई 2007 को बैठक की थी। इसमें
हनीफ के मामले से निपटने के विकल्पों पर विचार किया गया था।
स्थानीय मीडिया का कहना है कि हावर्ड ने हनीफ प्रकरण की जांच में संलिप्तता से इंकार किया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हनीफ की कानूनी टीम को फिलहाल सभी दस्तावेज नहीं मिले हैं।
रिपोर्टों के मुताबिक, आव्रजन विभाग के प्रथम सहायक सचिव पीटर वडरेस की ओर से इसी वर्ष पांच जून को एक हलफनामा दाखिल किया था जिसमें बताया गया था कि दो को छोड़कर सभी दस्तावेज इस मामले की जांच कर रही क्लार्क जांच समिति को भेज दिए गए हैं।
मंगलवार को ब्रिस्बेन में राष्ट्रमंडल प्रशासनिक अपील न्यायाधिकरण में सुनवाई के बाद हनीफ की कानूनी टीम की गुहार पर सरकारी वकील 280 में से 250 से ज्यादा दस्तावेजों की आपूर्ति करने के लिए तैयार हो गए। 15 दस्तावेज ऐसे हैं, जो सूचना की स्वतंत्रता के दायरे में नहीं आते।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।