विवाह पंजीकरण के मामले में त्रिपुरा नंबर वन!
उदयपुर (त्रिपुरा), 18 जून (आईएएनएस)। दक्षिण त्रिपुरा के उदयपुर शहर में विवाह पंजीकरण को लेकर चलाए गए एक अभियान में 60,776 जोड़ों में से 43 फीसदी ने विवाह पंजीकरण करवाया, जो अपने आप में एक रिकार्ड है।
उदयपुर (त्रिपुरा), 18 जून (आईएएनएस)। दक्षिण त्रिपुरा के उदयपुर शहर में विवाह पंजीकरण को लेकर चलाए गए एक अभियान में 60,776 जोड़ों में से 43 फीसदी ने विवाह पंजीकरण करवाया, जो अपने आप में एक रिकार्ड है।
अभियान की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कुछ ऐसे जोड़ों ने भी विवाह का पंजीकरण करवाया, जिनकी शादी को पचास वर्ष हो गए हैं।
उदयपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष सुब्रत देब ने आईएएनएस को बताया, "काफी कम समय में हमने यह रिकार्ड बनाया है।" उदयपुर प्रशासन ने पिछले दिनों विवाह पंजीकरण शिविर लगाया था। दस दिन तक चले इस अभियान में लोगों ने बिना किसी जुर्माने के विवाह पंजीकरण करवाया।
इस अभियान से प्रेरणा लेकर 70 वर्षीय अब्दुल मतीन और 65 वर्षीया रुपिया बेगम ने विवाह के 50 वर्ष बाद पंजीकरण करवाया।
उदयपुर के उप मंडलीय अधीक्षक मोहम्मद मोसलेम उद्दीन ने इस अभियान की कामयाबी का श्रेय महिलाओं को देते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से हर उम्र,जाति और धर्म के लोगों ने इस अभियान में हिस्सा लिया।
कैंप में राज्य के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जयगोविंद देबरॉय ने भी विवाह के काफी अर्से बाद पंजीकरण करवाया। गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय ने फरवरी 2006 में विवाह का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया था और केंद्र तथा राज्य सरकारों से तीन महीने के भीतर इस संबंध में कानून बनाकर अधिसूचित करने को कहा था।
सर्वोच्च न्यायालय ने अपने निर्देश में कहा था कि यदि कोई जोड़ा विवाह के 60 दिनों के अंदर पंजीकरण नहीं करवाता, तो उसे 200 रुपये का जुर्माना भरना होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।