जलवायु पर्वितन से प्रवाल भित्तियों और मछलियों को खतरा
सिडनी, 17 जून (आईएएनएस)। जलवायु परिवर्तन की विकट होती समस्या के कारण खूबसूरत प्रवाल भित्तियों और भोजन, आश्रय एवं प्रजनन के लिए उन पर निर्भर मछलियों का अस्तित्व खतरे में है। एक नए अध्ययन से इसकी पुष्टि होती है।
शोधकर्ता फिलिप मंडे ने इस रिपोर्ट में टिप्पणी की है, "समुद्री जैव विविधता को ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से खतरा है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण समुद्री जल का तापमान बढ़ रहा है। प्रवालों के लिए तापमान में बढ़ोतरी असह्य होती है और इस तरह वे नष्ट हो जाते हैं। जब प्रवालों की मौत होती है, तो मछलियों के लिए आहार संकट पैदा हो जाता है। साथ ही उनका आश्रय उजड़ जाता है।"
उन्होंने कहा कि ऐसी हजारों मत्स्य प्रजातियों हैं, जो अस्तित्व के लिए प्रवालों पर निर्भर हैं। प्रवाल की तरह ही कई मत्स्य प्रजातियां एक खास ताममान पर ही जिंदा रह सकती हैं। उन्होंने कहा कि मछलियों की प्रजनन क्रिया काफी हद तक तापमान संतुलन पर निर्भर करती है। कई प्रजातियां तापमान असंतुलित होने पर प्रजनन बंद कर देती हैं।
दुनिया में करीब 20 करोड़ लोग अपनी आजीविका और आहार के लिए प्रवाल भित्तियों पर आधारित अर्थव्यवस्था पर निर्भर करते हैं। वहीं कई देशों के पर्यटन उद्योग के लिए इसकी भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। आस्ट्रेलिया में अरबों डालर के पर्यटन उद्योग को इससे सहारा मिल रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।