हसीना और खालिदा को जमानत के दौरान राजनीति नहीं करने की ताकीद
ढाका, 16 जून (आईएएनएस)। बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि वह जमानत पर रिहा होने वाले राजनीतिज्ञों खास कर "विशेष परिस्थितियों में रिहा" दो पूर्व प्रधानमंत्रियों को रैली की इजाजत नहीं देगी।
गृह विभाग के सलाहकार मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) एम.ए. मतीन ने यह बात रविवार को उस समय कही, जब प्रधानमंत्री खालिदा जिया और उनके दो बीमार पुत्रों की रिहाई की तैयारी कर रही है,जबकि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पहले ही जमानत पर रिहा कर चुकी है।
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि खालिदा को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी कि उनकी पार्टी दिसंबर में प्रस्तावित देश के आम चुनावों से पहले कार्यवाहक सरकार द्वारा जारी बातचीत की प्रक्रिया में हिस्सा लेगी या नहीं।
भ्रष्टाचार के आरोपों में कैद शेख हसीना इलाज के लिए अमेरिका गई हैं, जबकि खालिदा ने देश में ही रुकने का फैसला किया है, लेकिन उन्होंने अपने दोनों बीमार पुत्रों- तारिक रहमान और अराफात रहमान कुकु को इलाज के लिए विदेश जाने की इजाजत दिए जाने पर जोर दिया है।
मतीन ने स्पष्ट किया है कि सरकार जेल से रिहाई के मामले में दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच कोई भेदभाव नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि हसीना ने रिहाई के लिए अर्जी दी थी, जबकि खालिदा ने ऐसा नहीं किया है।
यह पूछने पर कि क्या अस्वस्थता की वजह से रिहा किए गए राजनीतिज्ञों को रैली आयोजित करने का अधिकार होगा, उन्होंने कहा कि विशेष परिस्थितियों में रिहा किए गए लोगों द्वारा राजनीतिक बैठके आयोजित करने का सवाल ही नहीं उठता।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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