पूर्वोत्तर में आई बाढ़ में 25 मरे, 2 लाख बेघर, सेना तलब
गुवाहाटी, 16 जून (आईएएनएस)। देश के पूर्वोत्तर हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण आई ताजा बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं की वजह से 25 लोगों की मौत हो गई है और दो लाख बेघर हो गए हैं। बाढ़ के पानी से घिरे ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए सोमवार को सेना बुलाई गई।
असम के राहत एवं पुनर्वास मंत्री भूमिधर बर्मन ने आईएएनएस को बताया, "हमें लखीमपुर और सोनितपुर जिलों से अब तक छह लोगों के मारे जाने और करीब दो लाख लोगों के बेघर होने की सूचना मिली है, जबकि बाढ़ की स्थिति विकट होती जा रही है।"
इस बीच, सोमवार को असम के सोनितपुर और लखीमपुर जिलों में बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए सेना और अर्ध-सैनिक बलों की सहायता ली जा रही है। सेना और अर्ध-सैनिक बलों के जवान इस समय 300 गांवों में राहत कार्यों में जुटे हैं और अब तक सैंकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुके हैं।
श्री बर्मन ने बताया कि प्रशासन ने इन दोनों जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों के आश्रय के लिए कम से कम 50 अस्थायी शिविर लगाए हैं और उन्हें भोजन, पेयजल तथा दवाइयां मुहैया कराई जा रही हैं। दोनों जिलों में बाढ़ की वजह तटबंधों में करीब 15 दरारे पढ़ना है।
इससे पहले शुक्रवार को निकटवर्ती अरूणाचलप्रदेश में भूस्खलन की कई घटनाओं में 14 लोग मारे गए थे और 30 घायल हो गए थे। भूस्खलन की ये घटनाएं राजधानी इटानगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में हुईं। यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 19 हो गई है।
पामुमपेर के जिला मैजिस्ट्रेट विपुल पाएंग ने आईएएनएस को बताया कि राहत कार्य जारी है तथा और शवों की बरामदगी की आशंका झुठलाई नहीं जा सकती।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।