वकीलों के लांग मार्च की इजाजत देने के लिए गिलानी की सराहना
इस्लामाबाद, 15 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी द्वारा वकीलों के लांग मार्च में भाग लेने वालों को संसद भवन के समक्ष रैली की इजाजत देने के फैसले की देश भर में सराहना हो रही है।
शुक्रवार को जब वकीलों का लांग मार्च इस्लामाबाद पहुंचा, उस समय प्रधानमंत्री की अगुवाई में एक पैनल ने दिन भर के हालात पर नजर रखी। समाचार पत्र दि न्यूज में रविवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने हालात से निपटने की रणनीति तैयार करने के लिए गठबंधन सरकार के घटक दलों के नेताओं से विचार-विमर्श भी किया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सरकार द्वारा लिया गया पहला साहसी फैसला था, जिसका नतीजा भी सामने आया। शांति मार्च शांतिपूर्ण भी रहा और किसी किस्म का जानमाल का नुकसान भी नहीं हुआ।
समाचार पत्र के मुताबिक, गिलानी द्वारा इस रैली की इजाजत देने संबंधी फैसला लेने का श्रेय पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज,जमात ए इस्लाम और अवामी नेशनल पार्टी के नेताओं को भी जाता है, जो लगातार गिलानी से भेंटकर इस बारे में परामर्श देते रहे।
उल्लेखनीय है कि वकीलों ने आपातकाल में बर्खास्त किए गए 60 से ज्यादा न्यायाधीशों की बहाली की मांग को लेकर लांग मार्च निकाला था।
ऐसी अटकले लगाई जा रही हैं, कि सरकार उनकी मांग कबूल करने के लिए तैयार है, लेकिन वह पीसीओ के तहत शपथ ग्रहण करने वाले संर्वोच्च न्यायालय पीठ को भी बहाल रखना चाहती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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