भारत-पाक समिति की सिफारिश : जल्द हो कैदियों की रिहाई
इस्लामाबाद, 15 जून (आईएएनएस)। भारत और पाकिस्तान की न्यायिक समिति ने दोनों देशों की जेलों में बंद उन कैदियों को रिहा करने की सिफारिश की है, जो अपनी सजा पूरी काट चुके हैं और जिनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि उनके उच्चायोग कर चुके हैं।
इस आठ सदस्यीय समिति में शामिल चार भारतीय सदस्यों ने शनिवार को कहा कि भारत में होने वाली बैठक से पहले, पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीय कैदियों की पुष्टि का काम एक महीने के भीतर हर हाल में निपटा लिया जाना चाहिए।
समिति के सदस्यों द्वारा लाहौर, कराची, और रावलपिंडी की जेलों के दौरे के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि दोनों देशों की सरकारों द्वारा जिन कैदियों की अदला- बदली की जानी है, उनकी सूची 31 मार्च तक अधूरी थी।
पाकिस्तानी समाचार पत्र 'द न्यूज' के अनुसार समिति को आशा है कि कैदियों की सूची तैयारी की प्रक्रिया एक जुलाई तक पूरी हो जाएगी। समिति का मानना है कि नई सूची में कैदियों की गिरफ्तारी की तारीख, उन्हें मिली सजा का विवरण और रिहाई की तारीख का उल्लेख होना चाहिए।
गौरतलब है कि समिति में शामिल भारतीय सदस्यों ने लाहौर, कराची और रावलपिंडी के जेलों का नौ से 13 जून के बीच दौरा किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।