तेल व खाद्य पदार्थो की बढ़ती कीमतों से चरमराई वैश्विक अर्थव्यवस्था (लीड-1)
ओसाका (जापान), 14 जून (आईएएनएस)। रूस और दुनिया के सात सबसे अमीर देशों (जी 8) के वित्त मंत्रियों ने कहा है कि कच्चा तेल समेत तमाम आवश्यक वस्तुओं (कमोडिटी) की बढ़ती कीमतों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है।
जी 8 के देशों ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों समेत जलवायु परिवर्तन और विकास के मुद्दों पर जापान के शहर ओसाका में एक बैठक आयोजित की थी।
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक इस बैठक की समाप्ति के मौके पर शनिवार को जारी संयुक्त बयान में जी 8 देशों के वित्त मंत्रियों ने कहा, "तेल और खाने की वस्तुओं समेत तमाम आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों से वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर को स्थिर बनाए रखने की चुनौती खड़ी हो गई है।
दुनिया के तमाम देशों में बढ़ती कीमतों ने मुद्रास्फीति के दबाव को जबर्दस्त तरीके से बढ़ाया है। इससे कई देशों में सामाजिक-आर्थिक तानाबाना चौपट होने के कगार पर जा पहुंचा है।"
जी 8 के देशों की ओर से अपील की गई कि तेल उत्पादक देश कच्चे तेल का उत्पादन और तेज बाजार में पारदर्शिता बढ़ाएं ताकि कच्चे तेल की आसमान छूती कीमतों पर लगाम लगाई जा सके।
समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतें 140 डालर प्रति बैरल (159 लीटर) के पास पहुंच गई है। इस बीच पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन 'ओपेक' के सदस्य देश सउदी अरब ने घोषणा की है कि उसने प्रति दिन 500,000 बैरल कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने की योजना बनाई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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