महंगाई संप्रग के लिए चुनौती : सोनिया
गुवाहाटी, 13 जून (आईएएनएस)। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि सरकार के लिए बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा कि मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि के बावजूद सरकार लगातार यह प्रयास कर रही है कि महंगाई का बोझ आम आदमी पर कम से कम पड़े।
उत्तर-पूर्व के राज्यों की दो दिवसीय यात्रा पर गुवाहाटी पहुंची सोनिया ने यहां एक विशाल किसान रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
उन्होंने कहा, "महंगाई की बढ़ती दर सरकार के लिए चिंता का विषय है। विश्व बाजार में पेट्रोलियम पदार्थो की बढ़ी कीमतों के कारण हमें पेट्रोल व डीजल की कीमतों में वृद्धि करनी पड़ी। इसके बावजूद हम कांग्रेस शासित राज्यों में सब्सिडी कम करके आम आदमी को राहत देने का प्रयास कर रहे हैं।"
सोनिया ने कहा कि संप्रग सरकार 1985 में ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (आसू)और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के बीच हुए असम समझौते को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने ही आसू के साथ वार्ता की पहल की थी और असम में शांति स्थापित करने के लिए यह ऐतिहासिक समझौता किया था।
सोनिया ने कहा, "संप्रग सरकार इस समझौते को संपूर्ण रूप से क्रियान्वित करने जा रही है।"
राज्य के चाय उद्योग में फिर से जान फूंकने की आवश्यकता पर जोर देते हुए सोनिया ने कहा कि सरकार ने इस उद्योग के विकास के लिए छह अरब रुपये जारी किए हैं।
असम की 30 फीसदी अल्पसंख्यक जनता को रिझाने के लिए सोनिया ने उन्हें केंद्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण की दिशा में उठाए गए कदमों से अवगत कराया और कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने अल्संख्यकों के कल्याण के लिए एक अलग मंत्रालय का गठन किया।
किसानों को देश की रीढ़ बताते हुए सोनिया ने कहा कि संप्रग सरकार ने किसानों के कल्याण की दिशा में कई महत्वपूर्ण फैसले किए। इनमें 700 अरब रूपये की ऋण माफी के संदर्भ में लिया गया फैसले सबसे अहम है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।