पुलिस हिरासत में मौत पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
कानपुर, 13 जून (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश के कानपुर में दलित युवक की पुलिस हिरासत में हुई पिटाई से मौत की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हो चुकी है। मामले में कार्यवाहक थाना प्रभारी को निलंबित और एक उपनिरीक्षक व दो कांस्टेबलों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। तीनों फरार बर्खास्त पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए गए हैं।
मृतक दलित युवक के परिजनों ने आज कानपुर-नई दिल्ली हाईवे जाम करने की कोशिश की। पूरे इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस महानिरीक्षक एस. एन. सिंह, उपपुलिस महानिरीक्षक जी. सक्सेना और कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर घटना का जाएजा लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि दलित युवक उमाकांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी गले की हड्डी टूटने से इस बात की पुष्टि हो गई है कि उसकी मौत पुलिस हिरासत में हुई है। नरवल कार्यवाहक थाना प्रभारी श्याम लाल चौधरी को निलंबित कर दिया गया है जबकि उपनिरीक्षक शेष कुमार शुक्ला व कांस्टेबल गोविंद हिर और खेत सिंह को बर्खास्त कर उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
उधर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि घटना की जांच अनवरगंज क्षेत्राधिकारी परमलाल वर्मा को सौंपी गई है।
उल्लेखनीय है कि उमाकांत का मामा सोहन लाल उर्फ घसीटे मंगलवार को बबीता नाम की एक लड़की को भगा ले गया था। इसके बाद लड़की के घरवालों ने नरवल थाने में इसकी शिकायत की। इस शिकायत पर बुधवार को नरवल पुलिस उमाकांत को पूछताछ के लिए थाने ले गई। वहां हुई पिटाई से गुरुवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।