रैनबैक्सी-डाईची सौदे का भारतीय दवा उद्योग पर पड़ेगा अच्छा प्रभाव : शाह
अहमदाबाद, 13 जून (आईएएनएस)। 'इंडियन फार्मास्यूटिकल एलायंस' (आईपीए) के महासचिव डी. जी. शाह ने कहा है कि जापानी कंपनी डाईची सैंक्यो द्वारा भारतीय दवा कंपनी रैनबैक्सी के अधिग्रहण का देश के दवा उद्योग पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
शाह ने कहा कि इस सौदे से भारतीय दवा कंपनियों के बीच एकीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने आईएएनएस से कहा, "इस सौदे का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।"
उन्होंने कहा कि फिलहाल बाजार की स्थिति मजबूत है। तमाम संकेत ठोस विकास की ओर इशारा करते हैं। ग्लेनमार्क, सन फार्मा, और जाइडस कैडिला जैसी कंपनियों पर रैनबैक्सी सौदे का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि वे स्पष्ट रणनीति के तहत कारोबार करते हैं।
यद्यपि 'इंडियन ड्रग मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन' (आईडीएमए) के महसचिव का नजरिया शाह के नजरिए से अलग है। उन्होंने कहा, "रैनबैक्सी-डाईची सौदा भारतीय दवा उद्योग के लिए ठीक नहीं है। यह अधिग्रहण अचानक हुआ है और फिलहाल यह कहना मुश्किल होगा कि इस सौदे से बाजार का रुख क्या होगा।"
उधर, जाइडस कैडिला के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पंकज पटेल का कहना है कि इस सौदे का उनकी कंपनी पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने आईएएनएस से कहा, "हमारे प्रवर्तकों के पास कंपनी की 75 प्रतिशत हिस्सेदारी है, इसलिए जाइडस को किसी तरह के खतरे की गुंजाईश नहीं है। हम अपने हिसाब से विकास करते रहेंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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