उपहार दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों ने नहीं छोड़ी न्याय की आस
नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। उपहार सिनेमा हॉल अग्निकांड में मारे गए लोगों के परिजनों ने अभी भी न्याय पाने की आस छोड़ी नहीं है। शुक्रवार को इस अग्निकांड के 11 साल पूरे हो रहे हैं।
उपहार त्रासदी के पीड़ितों के संगठन (एवीयूटी) की संयोजक नीलम कृष्णमूर्ति ने कहा कि उन्हें अभी न्याय मिलना बाकी है।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि अंसल बंधुओं को सिनेमा हॉल की गड़बड़ियों के बारे में जानकारी थी। इसलिए इस त्रासदी के लिए उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब एक व्यक्ति की हत्या करने की सजा मौत है, तो 59 व्यक्तियों की हत्या की सजा दो साल कैसे हो सकती है?
उल्लेखनीय है कि इस दुर्घटना में 28 परिवारों के 59 लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली की एक अदालत ने इस मामले में रियल एस्टेट के दिग्गज सुशील व गोपाल अंसल सहित 12 आरोपियों को दोषी पाया था। अदालत ने अंसल बंधुओं को दो साल की सजा भी सुनाई थी पर अभी वे जमानत पर हैं। निचली अदालत के इस फैसले के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मामला अभी विचाराधीन है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।